अखिलेश का केंद्र पर हमला, देश की सीमाएं आज खतरे में और सुरक्षा में सेंध लगी हुई
नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सरकार पर संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का हनन करने और अल्पसंख्यकों को हाशियों पर धकेलने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि देश की सीमाएं आज खतरे में हैं। उन्होंने कहा, सीमाओं की रक्षा करना किसी भी सरकार का प्राथमिक कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सीमाएं सिकुड़ रही हैं और सीमा सुरक्षा में सेंध लगने की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने देश में बढ़ती आर्थिक विषमता पर चिंता जताकर कहा, आज 82 करोड़ लोग सरकारी अन्न पर निर्भर हैं, जबकि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को ऊंचाई पर बताती है। उन्होंने सवाल उठाया कि देश की 60 प्रतिशत आबादी की प्रति व्यक्ति आय क्या है?
अल्पसंख्यकों के अधिकार और सुरक्षा
सपा प्रमुख अखिलेश ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों, को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उनके खिलाफ हिंसा और संपत्ति नुकसान की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की। अखिलेश यादव ने संविधान को लोकतंत्र की प्राणवायु और 90 प्रतिशत जनता का सुरक्षा कवच बताया। उन्होंने कहा, संविधान की प्रस्तावना इसकी आत्मा है और यही हमें समानता और न्याय की दिशा में ले जाती है।