छत्तीसगढ़राज्य

छत्तीसगढ़ : धमतरी जिले के गांव कौहाबाहरा में रहने वाली एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया

धमतरी

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गांव कौहाबाहरा में रहने वाली एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। यह जिले में ऐसा पहला केस है, जहां एक साथ चार बच्चों का जन्म हुआ है। धमतरी जिले के निजी अस्पताल उपाध्याय नर्सिंग होम में 15 मार्च को नगरी ब्लॉक के 30 वर्षीय एक महिला प्रसूता ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। चार बच्चों में एक लड़का तो वही तीन लड़कियों को महिला ने जन्म दिया है। जच्चा बच्चा दोनों ही स्वस्थ बताये जा रहे हैं। वही निजी अस्पताल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर रश्मि उपाध्याय का कहना है कि जब महिला अस्पताल में आई थी। तभी उसके सोनोग्राफी रिपोर्ट को देखकर चार बच्चों का उन्हें पता चल गया था। वही प्रसूता महिला की निर्धारित समय से पहले 7 महीने में ही डिलीवरी हो गई। वहीं जब महिला अस्पताल आई तब उसकी स्थिति सही नहीं थी जिसे अस्पताल में एडमिट किया गया और चारों बच्चों का जन्म ऑपरेशन के जरिए हुआ।

चारों बच्चों में से एक बच्चे का वजन 1 किलो 500 ग्राम, दूसरे बच्चे का वजन 1 किलो 300 ग्राम, इसके साथ ही तीसरे बच्चे का वजन 1 किलो 100 ग्राम तो वहीं चौथे बच्चे के वजन की बात की जाए तो 900 ग्राम बताया जा रहा है। फिलहाल डॉक्टर ने अभी चारों शिशुओं के इलाज के लिए अस्पताल के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में सी मैप पर रखा है। वही बच्चों के डॉक्टर और वहां मौजूद नर्स के द्वारा अच्छे से उनकी देखभाल की जा रही है।

वही प्रसूता महिला की बात की जाए तो वह अभी भी ऑब्जर्वेशन में है। क्योंकि समय से पहले महिला का डिलीवरी हुई जिससे महिला काफी कमजोर थी और थोड़ी-थोड़ी देर में महिला का बीपी डाउन हो रहा है। शरीर में सूजन की स्थिति भी बनी हुई है जिसे सामान्य करने के लिए अभी इलाज जारी है। डॉक्टर ने बताया कि मां और बच्चे दोनों ही स्वस्थ हैं। उन्हें कुछ दिन अस्पताल में ही रखा जाएगा और स्थिति सामान्य होने के बाद डिस्चार्ज किया जाएगा।

वही इस मामले में चार बच्चों के पिता और बुआ नानी, दादी ने भी अपनी खुशी जाहिर करते हुए। बताया कि 5 साल से बच्चे को लेकर प्रयास किया जा रहा था। लेकिन बच्चे नहीं हो रहे थे। वही एक साथ उन्हें इतनी बड़ी खुशी मिल गई कि उनके पास बोलने के लिए शब्द ही नहीं बचे। वही यह भी कहा कि परिवार में ऐसा पहली बार हुआ है। सभी आश्चर्य में है और बच्चों को और उनकी माता को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। वही बच्चों के पिता ने कहा कि वह मजदूरी का कार्य करते हैं और इसके अलावा घर में आय का कोई साधन नहीं है। वही शासन प्रशासन से आर्थिक मदद को लेकर भी गुहार परिजन लगा रहे हैं। बच्चों के पिता का कहना है कि अगर एक बच्चा होता तो जैसे तैसे उसका पालन पोषण हो जाता लेकिन यहां चार बच्चे एक साथ हो गए हैं तो उन्हें पालन पोषण में तकलीफ होगी जिसे लेकर शासन प्रशासन से मदद की उम्मीद परिजन कर रहे हैं और वही डॉक्टर और नर्स का भी परिजनों ने धन्यवाद दिया कि उनके वजह से आज मां और बच्चे सभी स्वस्थ हैं।

4 साल पहले हुई थी शादी

बच्चों के पिता नंदेश्वर नेताम (30) ने बताया कि वह कौहाबाहरा गांव के रहने वाले हैं। 4 साल पहले यानी 2020 में उनकी शादी लक्ष्मी नेताम (30) से हुई थी। दोनों की पढ़ाई भी साथ में हुई है। वह मजदूरी और कृषि कार्य करते हैं। उनकी पत्नी लक्ष्मी नेताम घर में सिलाई कार्य करती है।

4 बच्चे की डिलीवरी होना रेयर मामला

डॉक्टर रोशन उपाध्याय ने बताया कि निजी नर्सिंग होम अस्पताल में महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया है। चारों बच्चों को आईसीयू में रखा गया है। मामला ज्यादा गंभीर होने के कारण परिवार की सहमति से बच्चों को ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया।

4 से 5 बच्चे एक साथ पैदा होना दुर्लभ – डॉक्टर

डॉक्टर रोशन उपाध्याय ने कहा कि, आईवीएफ इलाज के बाद 2 से 3 बच्चे एक साथ होते हैं, लेकिन बिना IVF के इस तरह का मामला रेयर होता है। महिला सरकारी अस्पताल से इलाज करवा रही थी। डॉक्टर ने कहा कि 2 से 3 बच्चे तो सामान्य देखे जाते हैं, लेकिन 4 से 5 बच्चे एक साथ पैदा होने का मामला दुर्लभ है।

अब जानिए कहां-कहां कितने सबसे ज्यादा बच्चे पैदा हुए ?

इंडियाना में महिला ने 11 बच्चों को दिया जन्म

2018 में संयुक्त राज्य अमेरिका के इंडियाना की एक महिला ने एक साथ 11 बच्चों को जन्म दिया था। 42 साल की उम्र में 11 बच्चों को एक साथ जन्म हुआ था। महिला का नाम मारिया हर्नानडेस है। जब मारिया को डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल लाया गया।

इस दौरान सभी लोग इनको देख कर हैरान थे। सभी की हैरानी उस समय और बढ़ गई जब मारिया ने महज 17 मिनट में 11 बच्चियों को जन्म दिया।

दक्षिण अफ्रीका में महिला ने 10 बच्चों को दिया जन्म

2021 में दक्षिण अफ्रीका के गोटेंग प्रांत की महिला ने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया था। महिला का नाम गोसेम थमारा सिथोले है। गोसेम ने 7 जून को 7 लड़कों और 3 लड़कियों को जन्म दिया था। गोसेम के पहले ही 6 साल के जुड़वा बच्चे थे।

प्रेग्नेंसी की शुरुआत में डॉक्टर्स ने 6 बच्चों की पुष्टि की थी। कुछ समय बाद हुईं जांचों में सामने आया कि गर्भ में 8 बच्चे हैं, लेकिन डिलीवरी के दौरान 10 बच्चों का जन्म हुआ। गोसेम कहती हैं, 2 बच्चे ट्यूब के गलत हिस्से में थे, इसलिए शुरुआती जांच के दौरान दिखाई नहीं दिए थे।

पश्चिम अफ्रीका में 26 साल की महिला ने 9 बच्चों को दिया जन्म

2021 में पश्चिमी अफ्रीकी देश माली की रहने वाली 26 साल की हेलीमा सिसे ने 9 बच्चों को दिया था। डॉक्टर्स ने 50 फीसदी बच्चों के ही जिंदा रह पाने की आशंका जाहिर की थी, लेकिन सभी बच्चे स्वस्थ थे। इनमें 5 लड़कियां और 4 लड़के हैं।

हेलीमा और उनके 35 वर्षीय पति कादेर आर्बे 9 बच्चों को पाकर काफी खुश हैं। हेलीमा कहती हैं, बच्चों की संख्या पता चलने के बाद बेहतर मेडिकल सुविधाओं के लिए मोरोक्को गई और 5 मई 2021 को डिलीवरी हुई।

अब जानिए कहां-कहां कितने सबसे ज्यादा बच्चे पैदा हुए ?

इंडियाना में महिला ने 11 बच्चों को दिया जन्म

2018 में संयुक्त राज्य अमेरिका के इंडियाना की एक महिला ने एक साथ 11 बच्चों को जन्म दिया था। 42 साल की उम्र में 11 बच्चों को एक साथ जन्म हुआ था। महिला का नाम मारिया हर्नानडेस है। जब मारिया को डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल लाया गया।

इस दौरान सभी लोग इनको देख कर हैरान थे। सभी की हैरानी उस समय और बढ़ गई जब मारिया ने महज 17 मिनट में 11 बच्चियों को जन्म दिया।

दक्षिण अफ्रीका में महिला ने 10 बच्चों को दिया जन्म

2021 में दक्षिण अफ्रीका के गोटेंग प्रांत की महिला ने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया था। महिला का नाम गोसेम थमारा सिथोले है। गोसेम ने 7 जून को 7 लड़कों और 3 लड़कियों को जन्म दिया था। गोसेम के पहले ही 6 साल के जुड़वा बच्चे थे।

प्रेग्नेंसी की शुरुआत में डॉक्टर्स ने 6 बच्चों की पुष्टि की थी। कुछ समय बाद हुईं जांचों में सामने आया कि गर्भ में 8 बच्चे हैं, लेकिन डिलीवरी के दौरान 10 बच्चों का जन्म हुआ। गोसेम कहती हैं, 2 बच्चे ट्यूब के गलत हिस्से में थे, इसलिए शुरुआती जांच के दौरान दिखाई नहीं दिए थे।

पश्चिम अफ्रीका में 26 साल की महिला ने 9 बच्चों को दिया जन्म

2021 में पश्चिमी अफ्रीकी देश माली की रहने वाली 26 साल की हेलीमा सिसे ने 9 बच्चों को दिया था। डॉक्टर्स ने 50 फीसदी बच्चों के ही जिंदा रह पाने की आशंका जाहिर की थी, लेकिन सभी बच्चे स्वस्थ थे। इनमें 5 लड़कियां और 4 लड़के हैं।

हेलीमा और उनके 35 वर्षीय पति कादेर आर्बे 9 बच्चों को पाकर काफी खुश हैं। हेलीमा कहती हैं, बच्चों की संख्या पता चलने के बाद बेहतर मेडिकल सुविधाओं के लिए मोरोक्को गई और 5 मई 2021 को डिलीवरी हुई।

केरल के कोडिन्ही गांव में पैदा होते हैं सबसे ज्यादा जुड़वा बच्चे

केरल के मलप्पुरम जिले के कोडिन्ही गांव में पैदा होने वाले ज्यादातर बच्चे जुड़वां होते हैं। दुनिया में 1000 बच्चों में 4 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं, लेकिन इस गांव में 1000 बच्चों में 45 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। औसत के हिसाब से यह दुनिया में दूसरा और एशिया में पहला है। इस मामले चीन-पाकिस्तान भी पीछे है।

हालांकि, विश्व में पहला नंबर नाइजीरिया का इग्बो-ओरा है, जहां पर 1000 में से 145 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। भारत के केरल प्रांत में स्थित इस मुस्लिम बहुल गांव की कुल आबादी 2000 है। इनमें से 250 से ज्यादा जुड़वां लोग हैं। गांव में, स्कूल में और आसपास के बाजारों में कई हमशक्ल बच्चे नजर आ जाएंगे।

  कोडिन्ही गांव में पैदा होते हैं सबसे ज्यादा जुड़वा बच्चे

केरल के मलप्पुरम जिले के कोडिन्ही गांव में पैदा होने वाले ज्यादातर बच्चे जुड़वां होते हैं। दुनिया में 1000 बच्चों में 4 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं, लेकिन इस गांव में 1000 बच्चों में 45 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। औसत के हिसाब से यह दुनिया में दूसरा और एशिया में पहला है। इस मामले चीन-पाकिस्तान भी पीछे है।

हालांकि, विश्व में पहला नंबर नाइजीरिया का इग्बो-ओरा है, जहां पर 1000 में से 145 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। भारत के केरल प्रांत में स्थित इस मुस्लिम बहुल गांव की कुल आबादी 2000 है। इनमें से 250 से ज्यादा जुड़वां लोग हैं। गांव में, स्कूल में और आसपास के बाजारों में कई हमशक्ल बच्चे नजर आ जाएंगे।

के मलप्पुरम जिले के कोडिन्ही गांव में पैदा होने वाले ज्यादातर बच्चे जुड़वां होते हैं। दुनिया में 1000 बच्चों में 4 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं, लेकिन इस गांव में 1000 बच्चों में 45 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। औसत के हिसाब से यह दुनिया में दूसरा और एशिया में पहला है। इस मामले चीन-पाकिस्तान भी पीछे है।

हालांकि, विश्व में पहला नंबर नाइजीरिया का इग्बो-ओरा है, जहां पर 1000 में से 145 जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। भारत के केरल प्रांत में स्थित इस मुस्लिम बहुल गांव की कुल आबादी 2000 है। इनमें से 250 से ज्यादा जुड़वां लोग हैं। गांव में, स्कूल में और आसपास के बाजारों में कई हमशक्ल बच्चे नजर आ जाएंगे।

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