बिलासपुर । कोयला कारोबारी की आत्महत्या मामले में सुसाइड नोट सामने आया है। सुसाइड नोट में राजेश कोटवानी, संजय भट्ट, देवेंद्र उबवेजा, सूरज प्रधान के ऊपर गंभीर आरोप लगाए है। कारोबार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सुसाइड नोट में जो संजय भट्ट लिखा गया है दरअसल वह अरुण भद्रा है। गलती से या हड़बड़ी में मृतक ने संजय भट्ट लिख दिया होगा। आत्महत्या करने से पहले मृतक ने पुलिस, प्रशासन के लेकर मंत्री और अपने विधायक धरम लाल कौशिक से भी मदद मांगा था लेकिन किसी ने सहयोग नहीं किया।
कोयला कारोबारी नरेंद्र कौशिक की आत्महत्या के बाद कोयला कारोबारियों में खलबली मची हुई है। कोयले के काले कारोबार से जुड़े लोग अपने बचाव के रास्ते निकालने में लगे हुए है। इस बीच मृतक का एक सुसाइड नोट सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसके अनुसार कोयला कारोबारी की मौत के लिए राजेश कोटवानी, अरुण भद्रा, देवेंद्र उबवेजा, सूरज प्रधान का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि चारों में मिलकर पहले तो नरेंद्र कौशिक को धोखे में रखकर डिपो में रखे 70 लाख का कोयला बेच दिया। इसके बाद उसका लोडर भी लेकर फरार हो गए। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ उनके सहयोगी रहे ये सारे लोग उससे गाली गलौच, मारपीट भी कर रहे थे। चारों आरोपी उसे आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से लगातार प्रताडि़त कर रहे थे। अपने दुखड़ा लेकर मृतक नरेंद्र कौशिक ने थाने से लेकर ष्ठत्रक्क तक, विधायक से लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री तक शिकायत की और सहयोग मांगा। लेकिन किसी ने सहयोग नहीं किया। ऊपर नरेंद्र कौशिक के ऊपर कर्ज का दबाव बढ़ता जा रहा था। आखिरी में उसने आत्महत्या करने जैसे आत्मघाती कदम उठाने का फैसला किया और मंगलवार को सुसाइड कर ही लिया। बताया का रहा है कि सरगांव में आत्महत्या करने से पहले अपनी गाड़ी में बैठकर तीन पन्ने का सुसाइड नोट लिखा। इसके बाद सुसाइड नोट का फोटो खींचकर अपने कुछ करीबी लोगों को वाट्सअप किया। इसके बाद उसने अपनी गाड़ी में बैठे बैठे जहर खा लिया।
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