जयशंकर का बयान: “राष्ट्रीय सुरक्षा के बिना निवेश के फैसले जोखिम भरे हो सकते हैं।”
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि निवेश संबंधी निर्णयों सहित आर्थिक फैसलों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का फिल्टर लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह टिप्पणी चीन की आक्रामक व्यापार शैली के प्रति बढ़ती वैश्विक चिंता के बीच की।
हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के फिल्टर लगाने होंगे
सीआइआइ पार्टनरशिप समिट, 2024 को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा, ''अगर हम हथियारीकरण के युग में नहीं हैं तो हम तेजी से लाभ उठाने के युग में हैं। इसलिए नीति निर्माताओं को निवेश सहित आर्थिक निर्णयों के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा के फिल्टर लगाने होंगे। यह प्रवृत्ति पूरे विश्व में है और यदि हम इसे नजरअंदाज करेंगे तो यह हमारे लिए ही खतरनाक होगा।''
जयशंकर ने कहा कि व्यापार में सावधानी बरती जानी चाहिए क्योंकि विश्व में वाणिज्य और आपूर्ति श्रृंखला की प्रकृति ऐसी है कि परंपरागत सावधानियां हमेशा पर्याप्त नहीं होतीं।
अमेरिका के साथ गहरा हुआ रिश्ता
ट्रंप 2.0 के संबंध में विदेश मंत्री ने कहा कि पहले ट्रंप प्रशासन के साथ विभिन्न देशों के अपने अनुभव रहे हैं और दूसरे कार्यकाल के लिए वे उन्हीं अनुभवों से प्रेरणा लेंगे। जहां तक भारत का संबंध है तो वह विश्वास से कह सकते हैं कि अमेरिका के साथ रणनीतिक सहयोग समय के साथ सिर्फ गहरा ही हुआ है। उन्होंने व्यापक वातावरण बनाया है जिसमें सहयोग की अधिक संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं।
AI बदल देगा जीवन जीने का तरीकाः जयशंकर
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नई प्रौद्योगिकियों के प्रभाव के बारे में जयशंकर ने कहा कि दुनिया आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (एआइ) के दौर में प्रवेश कर रही है और एआइ क्रांति हमारे जीवन जीने, कार्य करने एवं यहां तक की सोचने के तरीके को बदलने जा रही है।
वर्तमान वैश्विक वातावरण की जटिलताओं को लेकर उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों के नए समीकरण मजबूत भागीदारी की मांग करते है। साथ ही कहा कि अमेरिका-चीन के टकराव ने एक ऐसा महत्व प्राप्त कर लिया है जिसकी कुछ वर्ष पहले तक कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।