ममता तो मान गईं, धरती के भगवान कब मानेंगे? इलाज के अभाव में करीब ढाई दर्जन मरीजों ने दम तोड़ा
नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में बीते 38 दिनों से डॉक्टर हड़ताल पर हैं। मरीजों का ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में करीब 30 मरीजों की मौत हो चुकी है। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके साथ बैठक की और 99 प्रतिशत मांगे भी मान ली। मतलब ममता तो मान गईं लेकर धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर कब मानेंगे ये कोई नहीं जानता।
चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से करीब 30 से अधिक मरीज की जान जा चुकी है, मगर ममता से बातचीत के बाद भी डॉक्टर हड़ताल खत्म करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। ममता बनर्जी और 30 डॉक्टरों के बीच सोमवार की शाम को बातचीत हुई। डॉक्टरों से मुलाकात के बाद ममता ने डॉक्टरों की पांच में से तीन मांगें मान लीं। वह स्वास्थ्य विभाग के दो टॉप अफसरों और कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को हटाने पर सहमत हो गईं। साथ ही शहर के उत्तरी क्षेत्र के पुलिस प्रमुख को भी हटा दिया गया, जहां आरजी कर अस्पताल स्थित है। मगर आंदोलन अभी भी खत्म नहीं हुआ है। आरजी कर अस्पताल के डॉक्टर्स पिछले 38 दिनों से हड़ताल पर हैं। ममता बनर्जी से बातचीत के बाद भी डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म नहीं किया है। रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि जब तक बर्खास्त किए गए अधिकारियों को पूरी तरह से उनके पदों से नहीं हटाया जाता, वे अपना विरोध नहीं खत्म करेंगे। डॉक्टर्स प्रधान सचिव को भी हटाने की मांग कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि वे मंगलवार यानी आज अपना फैसला लेंगे। बताया जा रहा है कि ये डॉक्टर्स सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई का भी इंतजार कर रहे हैं। शायद इसके बाद भी अपना फैसला लेंगे। सुप्रीम कोर्ट में आज आरजी कर मामले पर सुनवाई है। सुप्रीम कोर्ट भी डॉक्टरों को हड़ताल खत्म करने को कह चुका है।
डॉक्टरों द्वारा मुख्यमंत्री के साथ बैठक पर सहमति जताने के बाद यह बैठक हुई। डॉक्टरों ने यह शर्त रखी थी कि उनके साथ उनके दो प्रोफेशनल ट्रांसक्रिप्ट राइटर भी बैठक में मौजूद रहेंगे। लगभग 30 डॉक्टरों को लेकर एक पुलिस पायलट वाहन शाम 6.20 बजे ममता बनर्जी के आवास पर पहुंचा। जबकि यह बैठक 5 बजे होनी थी। करीब 2 घंटे तक चली यह बैठक 8:45 बजे समाप्त हुई। बता दें कि आरजी कर अस्पताल में हड़ताल की वजह से मरीज परेशान हो रहे हैं। इलाज न मिलने की वजह से दर्जनों लोग दम तोड़ चुके हैं।इधर, डॉक्टरों का कहना है कि अभी उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हुई हैं। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल मामले में आंदोलनकारी डॉक्टरों ने ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद कहा कि मांगें पूरी होने तक काम बंद और प्रदर्शन जारी रहेगा। एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को हटाया जाना हमारी नैतिक जीत है। जब तक मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं हो जाते, हम अपना काम बंद करके स्वास्थ्य भवन (स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय) पर प्रदर्शन जारी रखेंगे। हम आरजी कर बलात्कार-हत्या मामले के संबंध में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई का भी इंतजार कर रहे हैं। सुनवाई के बाद एक बैठक करेंगे और अपना ‘काम बंद करने’ और प्रदर्शन पर फैसला करेंगे।