मध्य प्रदेश में पुलिस सलामी की प्रथा खत्म, सीएम और मंत्रियों को नहीं मिलेगी सलामी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पुलिस विभाग द्वारा दी जाने वाली सलामी को समाप्त कर दिया गया है. पुलिस विभाग की ओर से आदेश जारी करते हुए लिखा गया है, "सलामी अंग्रेजों की याद दिलाती है". इस आदेश का कड़ाई से पालन करने के लिए भी फरमान जारी हो गया है. मध्य प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक शैलेश सिंह की ओर से कहा गया है कि मध्य प्रदेश में सलामी को खत्म करने के आदेश का पालन कराया जाए.
पुलिस महानिदेशक ने अपने आदेश में यह भी उल्लेख किया है कि एमपी सरकार ने यह फैसला लिया है कि मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और पुलिस अधिकारियों को दी जाने वाली सलामी को समाप्त कर दिया गया है. मध्य प्रदेश में केवल महामहिम राज्यपाल को ही पुलिस विभाग सलामी देगा. उन्होंने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि यह देखने में आ रहा है कि इस आदेश का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा. इससे सलामी की परेड में लगने वाले कर्मचारियों की ड्यूटी प्रभावित हो रही है. इसके अलावा, सरकार के आदेश का भी उल्लंघन हो रहा है.
ऐसी स्थिति में आदेश का पालन नहीं होने से अधिकारियों और कर्मचारियों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है जो कि ठीक नहीं है. उन्होंने पत्र में यह भी कहा है कि आदेश का भविष्य में कड़ाई से पालन होना चाहिए.
'सलामी से आती है अंग्रेजों की याद'
पुलिस मुख्यालय में पदस्थ विशेष पुलिस महानिदेशक शैलेश सिंह ने पत्र में इस बात का भी विशेष रूप से उल्लेख किया है कि सलामी की प्रथा से अंग्रेजों की याद आती है. इस तरह सलामी लेना और संवैधानिक है जो कि उपनिवेशवाद को दर्शाता है. पुलिस विभाग एक अनुशासित विभाग है. इस विभाग में आदेश का उल्लंघन करना गलत प्रभाव डालता है.