वंदे भारत में सीट न मिलने की परेशानी खत्म! इस रूट पर चलेगी 20 कोच वाली ट्रेन…
भारतीय रेलवे की ओर से अपने यात्रियों को जल्द ही एक और खुशखबरी मिलने वाली है।
केरल में फर्राटा भरने वाली 8 कोच की वंदे भारत ट्रेनों को 20 कोच वाले वर्जन से बदलने की तैयारी है।
तिरुवनंतपुरम-मंगलुरु-तिरुवनंतपुरम के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन (20631/20632) अलपुझा से होकर जाती है।
रेलवे का कहना है कि इस ट्रेन में अक्सर काफी भीड़ देखी जाती है। कई लोगों के लिए खाली सीट तक नहीं मिलती।
ऐसे में उन्हें यातायात के लिए किसी और साधन का इस्तेमाल करना पड़ता है। सीटों की कमी चलते कई लोग वंदे भारत से यात्रा करने से चूक जाते हैं।
मंगलुरु से तिरुवनंतपुरम के लिए चलने वाली वंदे भारत ट्रेन (20631) में कुल 474 यात्री सीटें हैं। अगर 20 कोच वाली वंदे भारत दौड़ने लगेगी तो इनकी संख्या बढ़कर 1,246 हो जाएगी। भारतीय रेलवे की ओर से जल्द ही 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन लॉन्च हुई है।
चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनीं 2 ऐसी ट्रेनें कुछ दिनों पहले दक्षिण रेलवे को सौंपी गईं। तिरुवनंतपुरम से मंगलुरु और तिरुनेलवेली से चेन्नई के बीच चलने वाली ट्रेनों को प्राथमिकता मिल सकती है।
ये दोनों 8 कोच वाली ट्रेनें हैं और इनमें यात्रियों की भारी भीड़ देखी जाती है। माना जा रहा है कि इन दोनों को 20 कोच वाली ट्रेनों से बदला जाएगा।
रेलवे से जुड़ी अन्य खबरों की बात करें तो लोको पायलट की ओर से शेर को बचाने का मामला सामने आया है।
पश्चिम रेलवे में गुजरात के भावनगर मंडल के लोको पायलट ने सोमवार को आपातकालीन ब्रेक लगाकर एक शेर की जान बचा ली।
मंडल रेल प्रबंधक रवीश कुमार ने बताया कि लोको पायलट राम बहादुर वर्मा, सहायक लोको पायलट मोहम्मद हनीफ खान ने लीलीया मोटा-सावरकुंडला सेक्शन के बीच ब्रिज नंबर 28 के ऊपर एशियाटिक शेर को पुल पर रेलवे ट्रैक के एकदम पास में चलते देखा।
उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। घटना के समय मालगाड़ी पीपावाव पोर्ट की तरफ जा रही थी। इसके बाद शेर के बारे में वन विभाग को सूचना दी गई।
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